Tuesday, 6 March 2018

बडी कामयाबी : आतंकी वारदात के एक महीने के अंदर सुंजवान हमले का पाकिस्तानी मास्टरमाइंड मुफ्ती वकास ढेर


श्रीनगर : जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप पर हमले के महज एक महीने के अंदर ही सेना ने इस हमले के मास्टरमाइंड को मार गिराया है ! इसे सुरक्षाबलों के लिए बडी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है ।
पुलवामा के अवंतिपोरा क्षेत्र में हुई एक मुठभेड के दौरान सेना की ५० राष्ट्रीय राइफल्स और एसओजी के जॉइंट ऑपरेशन में सुंजवान हमले के मास्टरमाइंड मुफ्ती वकास को ढेर कर दिया गया । इस ऑपरेशन के दौरान एक पुलिसकर्मी के घायल होने की खबरे है, जिसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में दाखिल कराया गया है ।
सुंजवान आर्मी कैंप पर हमले का पाकिस्तानी मास्टरमाइंड मुफ्ती वकास
प्राप्त जानकारी के अनुसार सेना की मिलिट्री इंटेलिजेंस को सोमवार शाम पुलवामा के अवंतिपोरा स्थित हटवार इलाके में मुफ्ती वकास की मौजूदगी के इनपुट मिले थे । ए++ ग्रेड के आतंकी मुफ्ती वकास की मौजूदगी के बाद सेना की ५० राष्ट्रीय राइफल्स, एसओजी और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से इस इलाके की सख्त घेराबंदी शुरू की । इस घेराबंदी के बीच ही आतंकीद्वारा सुरक्षाबलों पर फायरिंग की गई, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उसको मार गिराया गया है ।

पाकिस्तानी आतंकी था मुफ्ती वकास

आयजी एसपी पाणी
इस ऑपरेशन के बारे में कश्मीर रेंज के आयजी एसपी पाणी ने बताया कि मारा गया आतंकी मुफ्ती वकास पुलवामा के लेथीपोरा और जम्मू के सुंजवान में सुरक्षाबलों के कैंप पर हुए हमलों का मास्टरमाइंड था । उन्होंने बताया कि ढेर किया आतंकी पाकिस्तानी है और उसके कब्जे से आयईडी बनाने के सामान, घातक हथियार व अन्य चीजें बरामद की गई हैं ।

नूर मोहम्मद तांत्रे के बाद बनाया गया था कमांडर

बता दें कि मारे गए आतंकी मुफ्ती वकास को जैश-ए-मोहम्मद के पूर्व कमांडर नूर मोहम्मद तांत्रे के मारे जाने के बाद ऑपरेशनल कमांडर बनाया गया था । कमांडर बनाए जाने के बाद वकास ने सुंजवान के जिस हमले की साजिश रची थी, उसमें आतंकियों से मुठभेड के दौरान सेना के ६ सैनिक हुतात्मा हुए थे । १० फरवरी को हुए इस हमले में ५० घंटे से ज्यादा देर तक चली मुठभेड में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था, जिनके पास से एके-47 राइफल समेत तमाम सामान बरामद किये गए थे !
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स

Thursday, 1 March 2018

ଆନ୍ତଙ୍କବାଦୀଙ୍କୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ ମହଙ୍ଗା ପଡିଲା

THURSDAY, MARCH 1, 2018

ଆନ୍ତଙ୍କବାଦୀଙ୍କୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ ମହଙ୍ଗା ପଡିଲା