Wednesday, 29 August 2018

शोपियां में आतंकी हमले में चार सैनिक हुतात्मा, हथियार छीनकर फरार हुए आतंकी


जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां में आतंकियों ने बुधवार दोपहर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में चार सैनिक हुतात्मा हो गए। आतंकी अपने साथ हथियार भी लूटकर ले गए हैं। हमले की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश तेज कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां में आतंकियों ने एक बार पुलिस पर हमला किया है। इस हमले में चार सैनिक हुतात्मा हो गए हैं। आतंकी हमले के बाद पुलिसकर्मियों से हथियार भी छीनकर भाग गए। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि अनंतनाग सेक्‍टर के मुनवर्ड में सुबह आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड हुई थी। इस मुठभेड में दो आतंकी मारे गए थे। इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। मुठभेड को देखते हुए जिले में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार आतंकवादी हिज़्बुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर हैं।
स्त्रोत : न्युज १८

शोपियां में आतंकी हमले में चार सैनिक हुतात्मा, हथियार छीनकर फरार हुए आतंकी


जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां में आतंकियों ने बुधवार दोपहर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में चार सैनिक हुतात्मा हो गए। आतंकी अपने साथ हथियार भी लूटकर ले गए हैं। हमले की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश तेज कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार जम्‍मू-कश्‍मीर के शोपियां में आतंकियों ने एक बार पुलिस पर हमला किया है। इस हमले में चार सैनिक हुतात्मा हो गए हैं। आतंकी हमले के बाद पुलिसकर्मियों से हथियार भी छीनकर भाग गए। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि अनंतनाग सेक्‍टर के मुनवर्ड में सुबह आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड हुई थी। इस मुठभेड में दो आतंकी मारे गए थे। इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। मुठभेड को देखते हुए जिले में मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार आतंकवादी हिज़्बुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर हैं।
स्त्रोत : न्युज १८

Thursday, 9 August 2018

अहमदाबाद : पैसाें का लालची अफजल अपनी पत्नी पर डालता था ‘स्पर्म’ बेचने का दबाव

अहमदाबाद : पैसाें का लालची अफजल अपनी पत्नी पर डालता था ‘स्पर्म’ बेचने का दबाव

गुजरात के अहमदाबाद में एक हैरान करनेवाला मामला सामने आया है ! दरअसल, यहां की एक महिला ने अपने पति पर ‘स्पर्म’ बेचने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है !
महिला ने साथ ही यह भी आरोप लगाया कि ऐसा करने से मना करने पर उसके पति ने जबरन तलाक के कागज पर दस्तखत भी करवाई ! महिला ने इस मामले में अहमदाबाद के सरखेज पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया है।
महिला ओमान में पली-बढी है, परंतु २०१० में वह परिवार के साथ अहमदाबाद रहने आ गई थी। महिला के आरोप के अनुसार परिवारवालों ने उसकी शादी अफजल खान पठान के साथ करा दी। परंतु अफजल बेरोजगार था और वह बार-बार अपनी पत्नी पर दबाव डाल उसे उसकी मां के पास से पैसे लाने के लिए कहता था। मां जब तक जिंदा रही तब तक तो बेटी को घर चलाने के लिए पैसे देती रही। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि मां की मौत के बाद उसका पति भाई से पैसे मांगने के लिए दबाव बनाने लगा। परंतु महिला ने मना कर दिया।
इसके बाद महिला को जबरन अलग-अलग शहर ले जा कर उसके स्पर्म को बेचा गया। उसका पति इस तरीके से पैसे कमाने का आदी हो गया। परंतु हाल ही में खराब तबीयत की वजह से महिला ने जब स्पर्म बेचने से इनकार किया तो उससे मारपीट की गई। महिला ने बताया है कि अफजल ने उसे जबरन तलाक के कागज पर दस्तखत करवाए। बता दें कि महिला के दो बच्चे भी हैं !
स्त्रोत : आज तक

पीडिताओं ने सुनाई आपबीती, पडाेसी, ससुर से लेकर मौलवी तक के साथ करना पडश ‘हलाला

पडश ‘हलाला’

बडे अरमान लेकर वे शादी के बाद अपने पति के घर आयी थीं। हर सुख दुख में साथ देने का वादा किया था। परंतु कुछ समय इन महिलाओं के साथ ऐसा हुआ, जिसे वे शायद ही भुला पाएं। पति ने उन्हें तलाक दे दिया। दोबारा साथ रखने के नाम पर उनके साथ ‘हलाला’ किया गया। किसी के साथ पडाेसी ने तो किसी के साथ मौलवी ने हलाला किया। और तो और ससुर (पति के पिता) के साथ भी हलाला करना पडा। इसके बाद भी कई को उनके पति ने नहीं अपनाया। कुछ को अपनाया भी तो उन्हें वह सम्मान नहीं मिलता है। अपमान भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। कभी-कभी उन्हें लगता है कि, इससे बेहतर तो मौत रहती। बुधवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित राज्य अल्पसंख्यक आयोग में पहुंच पीडिताओं ने अपनी दर्द भरी दांस्ता सुनाई। उनकी दांस्ता सुनने के बाद आयोग ने अब इनकी सहायता करने का निर्णय लिया है।
उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले के नखसा थाना क्षेत्र मोहल्ले में एक मुस्लिम महिला के साथ दो बार हलाला करने का मामला सामने आया है। एक बार उसे देवर के साथ हलाला करवाया गया और दूसरी बार ननदोई के साथ। पीडिता के अनुसार, पांच साल पहले उसका निकाह हुआ था। निकाह के बाद दहेज के लिए प्रताडित किया जाने लगा। इस बीच १६ जून को २०१८ को उसके शौहर ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। बाद में समझौते के बाद १९ जून को उसे देवर के साथ हलाला करवाया गया। एक माह बाद १९ जुलाई को उसके पति ने फिर से तलाक दे दिया और इस बाद उसके ननदोई के साथ हलाला करवाया गया।
इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के बरेली से एक मामला सामने आया था जहां पति से तलाक के बाद ससुर के साथ हलाला करवाया गया। हलाला के बाद इद्दत की अवधि के दौरान उसके पति ने जबरदस्ती संबंध बनाए। इस दौरान महिला गर्भवती हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया। अब पति यह कहकर महिला को साथ रखने को तैयार नहीं है कि बच्चा उसका नहीं है।
हलाला को लेकर इस तरह के मामले पहली बार सामने नहीं आये हैं। आये दिन खबरें आती रहती हैं कि पति ने तलाक दे दिया और फिर समझौता होने के बाद दुबारा साथ रखने के लिए महिला का हलाला करवाया गया। हलाला करने वालों में उसके रिश्तेदार से लेकर मौलवी तक शामिल होते हैं। इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष तनवीर हैदर उस्मानी ने कहा कि, “सभी पीडिताओं को न्याय दिलाया जाएगा। हलाला के नाम पर वेश्यावृति हो रही है। हमने इस संबंध में संबंधित जिलों के डीएम-एसएसपी से रिपोर्ट मांगी है। सरकार को तीन तलाक की तरह हलाला पर भी प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बनाना चाहिए।”
स्त्राेत : जनसत्ता

ब‌र्द्धमान व बोधगया विस्फोट का मास्टर माइंड मोहम्मद जहीदुल इस्लाम गिरफ्ता

ब‌र्द्धमान व बोधगया विस्फोट का मास्टर माइंड मोहम्मद जहीदुल इस्लाम उर्फ कौसर
कोलकाता : २ अक्टूबर २०१४ को ब‌र्द्धमान के खागरागढ एवं जुलाई २०१३ में बिहार के बोधगया में हुए सीरियल बम विस्फोट के मास्टरमाइंड एवं आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के टॉप लीडर मोहम्मद जहीदुल इस्लाम उर्फ कौसर को आखिरकार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने गिरफ्तार कर लिया है !
३८ वर्षीय कौसर पर एनआइए ने ५ लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। उसे मंगलवार को बेंगलुरु के निकट रामनगरा स्थित एक घर से गिरफ्तार किया गया। उसके ठिकाने से विस्फोटक व कुछ आपत्तिजनक इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस आदि भी बरामद किया गया है। एनआइए को कौसर की लंबे समय से तलाश थी और वह लगातार चमका दे रहा था। उसकी गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसी के लिए बहुत बड़ी सफलता है !
एनआइए के अनुसार, कौसर जेएमबी का शीर्ष नेता होने के साथ इस आतंकी संगठनद्वारा भारत में संचालित जमात-उल-मुजाहिदीन इंडिया (जेएमआइ) का टॉप लीडर है। ब‌र्द्धमान व बोधगया विस्फोट के अलावा कौसर बांग्लादेश में भी कई मामलों में वांछित है। बांग्लादेश को भी लंबे समय से उसकी तलाश थी।
ब‌र्द्धमान धमाका – अक्टूबर २०१४
इधर, ब‌र्द्धमान धमाके पीछे कौसर का ही हाथ माना जाता है। वहीं, बोधगया ब्लास्ट का भी वह मास्टरमाइंड है। कौसर के ही निर्देश पर उसके करीबी मुस्तफिजुर रहमान उर्फ शाहीन ने बोधगया के महाबोधि मंदिर में विस्फोट को अंजाम देने के लिए विस्फोटक सामग्री जुटाने के साथ बम भी लगाए थे।
अपनी पहचान छिपाने के लिए कौसर कई नाम से जाना जाता था। मुन्ना, मिजान एवं बोमा मियां नाम से भी उसे जाना जाता था। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कौसर मूल रूप से बांग्लादेशी नागरिक है, परंतु जाली दस्तावेजों के आधार पर वह यहां भारतीय नागरिक के रूप में अवैध तरीके से रह रहा था। वह कथित तौर पर ब‌र्द्धमान के बाबूरबाग का निवासी बताता था। ब‌र्द्धमान के अलावा बीरभूम जिले के बोलपुर में भी उसका घर है।
स्त्रोत : जागरण

Wednesday, 8 August 2018

स्वतंत्रता दिवस पर देहली को दहलाने घुस चुका है यह खूंखार आतंकी, अलर्ट जारी


नई देहली : स्वतंत्रता दिवस में अब बस कुछ दिन बचे हैं और देश में जगह-जगह समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं परंतु इन सबके बीच सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ गई है। उनकी चिंता का मुख्य कारण खुफिया विभाग की ओर से जारी किया गया अलर्ट है। खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दिन राजधानी में फिदायीन हमला हो सकता है। खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि राजधानी को दहलाने के लिए कुछ आतंकी देहली में घुस चुके हैं। बता दें कि इस सूचना के बाद से देशभर में सुरक्षा को लेकर सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।

जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी

खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी मोहम्मद इब्राहिम उर्फ इस्माइल देहली में घुस चुका है और फिदायीन हमले की साजिश रच रहा है। बता दें कि इब्राहिम, जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर का पुराना बॉर्डी गार्ड है। खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि इब्राहिम मई में ही जम्मू के रास्ते भारत में दाखिल हुआ था। जो अब देहली तक पहुंच चुका है। इब्राहिम देहली में ही रहकर जैश के अन्य आतंकियों से मिलकर राजधानी को दहलाने के लिए बडी साजिश रच रहा है।

इब्राहिम के अलावा एक अन्य आतंकी भी देहली में है मौजूद

आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर देहली को दहलाने की साजिश रच रहे जैश मोहम्मद का एक और आतंकी मोहम्मद उमर भी देहली में ही मौजूद है। एजेंसियों के अनुसार उमर और इब्राहिम दोनों मिलकर फिदायीन हमले की यह साजिश रच रहे हैं। इन दोनों ने जम्मू-कश्मीर से देहली के लिए कई आतंकियों को रवाना होने के निर्देश भी दे दिए हैं। खुफिया एजेंसियों ने बताया है कि जैश में दूसरा स्थान रखने वाला मौलाना मसूद अजहर का भाई मुफ्ती अब्दुल रउफ असगर इस साजिश का मुख्य कमांडर है। जो कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के सहयोग से देहली में फिदायीन हमले की तैयारियों पर सीधे नजर बनाए हुए है।
स्त्रोत : पत्रिका

Sunday, 5 August 2018

जम्मू-कश्मीर : शोपियां में सेना की बडी कामयाबी, मुठभेड में चार आतंकी ढेर


जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में आज (४ अगस्त) चार आतंकवादी मारे गए हैं। खबर है कि इलाके में अभी और आतंकी छिपे हो सकते हैं। सेना सर्च अभियान चलाया है। इससे पहले बीते शुक्रवार को सेना के हाथों मारे गए एक आतंकी का शव बरामद किया था। जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों ने जिस आतंकी का शव बरामद किया उसकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी उमर मलिक के रूप में की गई। एक एके-४७ से भी शव से बरामद की गई है। इसके अलावा सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने दो जिंदा हैंड ग्रेनेड के साथ दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां राज्य के पंथा चौक से की गईं।
वहीं राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी गोलीबारी में सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) का एक अधिकारी घायल हो गया। सूत्र ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम को सुंदरबनी सेक्टर में नियमित गश्ती के दौरान सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) एस.के.मिश्रा को गोली जा लगी। बीएसएफ सूत्र ने बताया, “उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
स्त्रोत : जनसत्ता

बीटेक ग्रैजूएट था खुर्शीद, आतंकी बनने के दो दिन बाद ही सुरक्षाबलों ने किया ढेर


दो दिन पहले ही आंतकियों के साथ शामिल हुआ था यह खुर्शीद मलिक
जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिला स्थित सोपोर के डुरसू गांव में एनकाउंटर के दौरान खुर्शीद मलिक और रेयाज अहमद नाम के दो आंतकी मारे गए। खुर्शीद मलिक इंजनियरिंग में ग्रैजूएट था और दो दिन पहले ही आंतकियों के साथ शामिल हुआ था !
मलिक के परिजनों के अनुसार, हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर समीर टाइगर को मार गिराए जाने का एक वीडियो देखने के बाद वह अल बद्र में जाने के लिए प्रोत्साहित हुआ। मलिक की चाची ने मलिक को समीर के बारे में बताया कि, ‘वह शहीद हुआ है और कश्मीर के लिए आखिरी तक लडा !’
सुरक्षाबलों को जानकारी मिली कि मलिक और अहमद, डूसरू गांव में छिपे हैं, जिसके बाद घेराबंदी की गई। इस दौरान परिजन भी आ गए और दोनों युवकों से सरेंडर करने को कहा, परंतु वह नहीं माने। इसके बाद हुई मुठभेड दोनों आतंकी मार गिराए गए।
२६ वर्षीय मलिक ने बीते साल जम्मू कॉलेज से बीटेक पास किया था। उसने गेट की परीक्षा भी क्वालिफाई की थी। इसके साथ ही इसी साल २४ जून को वह जम्मू-कश्मीर पुलिस के टेलिकॉम विंग और एग्जीक्यूटिव विंग में सब इंस्पेक्टर पद के लिए कराए गए रिटेन टेस्ट में भी शामिल हुआ था।
मलिक के चचेरे भाई ने बताया, ‘वह ३१ जुलाई को घर छोड कर गया और हमें बताया कि केएएस (कश्मीर प्रशासनिक सेवा) के लिए फॉर्म जमा करने जा रहा है। हमें पता चला है कि उसने ऑनलाइन फॉर्म सबमिट कर दिया था। हालांकि, तब से वह वापस नहीं आया और उसका फोन भी बंद था। हमने पुलिस को गुरुवार को सूचना दी !’ खुर्शीद के पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं।
स्त्रोत : न्यूज 18